भारत भारती मार्गबोधिचित्त, निर्वाण, आपो ज्योति, बुद्धि और चित्त का योग, बोधमय चित्त, चित्तमय बोध, योग सुमेरु, योग मेरु, योग शिखर, मेरु योग, मेरु पर्वत, सुमेरु पर्वत, मेरु शिखर, अंतर्लक्ष्य, नित्य वैकुंठ, सत्य कैलाश, चिन्मय नेत्र, आत्मस्थिति, त्रिगुणातीत, सर्वसाक्षी, अंतरसाक्ष्य, अंतरसाक्षी, वृतिहीन दशा
भारत भारती मार्गवैदिक महावाक्य, महावाक्य, सोऽहं, सोऽहं हंस, सोऽहं हंस:, अहम् ब्रह्मास्मि, तत् त्वम् असि, अयमात्मा ब्रह्म, प्रज्ञानं ब्रह्म, सत्यम् ज्ञानम् अनंतम् ब्रह्म, सर्वं खल्विदं ब्रह्म, यद् पिण्डे तद् ब्रह्माण्डे, यद् ब्रह्माण्डे तद् पिण्डे, स्व:वाणी